“गर्मी में डिहाइड्रेशन से कैसे बचें?” (“Garmi Mein Dehydration Se Kaise Bachein?“) यह सवाल गर्मियों में हर किसी के दिमाग में घूमता है। डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी एक गंभीर समस्या बन सकती है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बाहर काम करने वालों के लिए। लेकिन चिंता न करें! इस आर्टिकल में हम आपको आसान, प्रैक्टिकल और वैज्ञानिक तरीके बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप इस खतरे को आसानी से टाल सकते हैं।
डिहाइड्रेशन तब होता है जब शरीर में पानी का स्तर सामान्य से नीचे चला जाता है। गर्मियों में पसीना, उल्टी, दस्त, या फिर पर्याप्त पानी न पीने से यह समस्या तेजी से बढ़ती है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, भारत में हर साल गर्मियों में 40% से अधिक लोग डिहाइड्रेशन के हल्के या गंभीर लक्षणों का सामना करते हैं।
डिहाइड्रेशन के प्रकार
हल्का डिहाइड्रेशन: प्यास लगना, मुंह सूखना।
मध्यम डिहाइड्रेशन: चक्कर आना, पेशाब कम आना।
गंभीर डिहाइड्रेशन: बेहोशी, दिल की धड़कन तेज होना (Negative Sentiment)।
किन लोगों को है सबसे ज्यादा खतरा?
बच्चे और शिशु
65+ उम्र के बुजुर्ग
डायबिटीज या किडनी के मरीज
एथलीट या बाहर काम करने वाले
गर्मी में डिहाइड्रेशन से बचने के शक्तिशाली उपाय
1. पानी पीने का सही तरीका जानें
नियम: हर 1-2 घंटे में 1 गिलास पानी पिएं।
टिप: पानी में पुदीना, ककड़ी या नींबू डालकर फ्लेवर बढ़ाएं।
नहीं, लेकिन बहुत ठंडा पानी पाचन को धीमा कर सकता है। सामान्य तापमान का पानी बेहतर है।
क्या डिहाइड्रेशन में नमक चाटना सही है?
हां, लेकिन सीमित मात्रा में। नमक और चीनी का घोल (1 चम्मच चीनी + 1/4 चम्मच नमक + 1 लीटर पानी) पिएं।
निष्कर्ष: सजग रहें, स्वस्थ रहें!
“गर्मी में डिहाइड्रेशन से कैसे बचें?” इसका जवाब अब आप जान चुके हैं। बस छोटी-छोटी आदतों में बदलाव करके आप इस मौसम को भी एन्जॉय कर सकते हैं। याद रखें, पानी पीना केवल एक आदत नहीं, बल्कि जीवन की जरूरत है।